Attitude status,kisi shayar ne kaha tha mohbbat n karana lekin ho jay to enkar bhi na karana nibhana sako tohi mohabbat karana jindgi shabard na karana parana kisi ki jindgi barbad na karana
किसी शायर ने कहा था मोहब्बत न करना।
लेकिन हो जाए तो इंकार भी ना करना।
निभा सको तोही मोहब्बत करना।
जिन्दगी षर्बाद ना करना परना किसी की
किसी को कितना भी अपना क्यों ना
मान लो लेकिन वो आपको
एक दिन अजनबी होने का अहसास
दिला ही देगा…
सुख भी बहुत है. परेशानियां भी बहुत है.
जिंदगी में लाभ है तो हानियां भी बहुत हैं…
क्या हुआ जो भगवान ने थोडे गम दे दिये.
भगवान की हम पर “मोहरबानियां भी बहुत है…. ।
Attitude status,chahane se har cheez apani nahi hoti
चाहने से हर चीज़ अपनी नहीं होती
हर मुस्कुराहट ख़ुशी नहीं होती अर
अरमान तो बहोत होते हैं मगर
कभी वक़्त तो कभी किस्मत अच्छी
नहीं होती
दोस्त आपकी दोस्ती का क्या खिताब दे,
करते है इतना प्यार की क्या हिसाब दे!
अगर आपसे भी अच्छा फूल होता तो ला देते,
लेकिन जो खुद गुलदस्ता हो उसे क्या गुलाब दे।
कभी खत्म नहीं होता बातों से छूटा तो आँखों में रह
जाता है आँखो से छूटा तो यादों में रह जाता है
चाहत क्या होती है… जिसकी कमी आप हर पल महसूस करें चाहत वो होती है…!! ये किसी उम्र की मोहताज नहीं होती,
जब तुम “रूठ” जाते हो
सब “अधूरा” सा लगता है
मत “रूठा” करो जान
एक पल “सदियों” सा लगता है…!!
Attitude status,kon kahata hai ki sirf
कौन कहता है की सिर्फ
नफ़रतो में ही दर्द होता है…..
कभी हद से ज्यादा “मोहब्बत” भी
बहुत तकलीफ देती है..!!
जिन्हें पता है कि
अकेलापन क्या होता है ,
वो लोग दूसरों के लिए
हमेशा हाजिर रहते हैं ।
अनुमान गलत हो सकता है
लेकिन अनुभव कभी गलत नहीं हो सकता
अनुमान जीवन की कल्पना होती हैं लेकिन
अनुभव जीवन की सीख होती है।
समय और शब्द
दोनों का उपयोग
लापरवाही सेना
करें, क्योंकि ये दोनों
ना दोबारा आते हैं ना
मौका देते हैं..
Mere liye har
Khushi ka matlab
Sirf tera saath
Hona hai
Attitude status,jindagi aapake mout mere liye
जिंदगी आपके लिए.
मौत मेरे लिए..
खुशी आपके लिए.
गम मेरे लिए.
महफ़िल आपके लिए.
तन्हाई मेरे लिए
सब कुछ आपके लिए
और आप सिर्फ मेरे लिए
माटी चुन-चुन महल बनाया
लोग कहे घर मेरा है।
ना घर तेरा ना घर मेरा
चिडिया रैन बसेरा।
कोडी कोडी माया जोडी,
जोड़ भरेला थैला।
कहत कबीर सुनो भाई साधुु,
Attitude status,samajane vale tumhari aek juthi muskurahat se
समझने वाला तुम्हारी एक झुठी मुस्कुराहट से समझ जाएगा ।
ना समझने वाला चाहे तुम उसके सामने ही भी देना
नहीं समझेगा…
बच्चे को छोड़कर जाएगी तो ये समाज़ पहले ही घोषित कर देगा कि प्रेमी के साथ भागी होगी,
कभी समाज़ ये जानना नहीं चाहेगा कि वो खुद की तलाश में निकली होगी..!!
ये समाज़ बड़ा भेदभाव भरा है स्त्री के लिए,
बुद्ध जंगल से लौटते हैं तो महात्मा की उपाधि से नवाजे जाते हैं, और सीता लौटती है तो कलंकित हो जाती है.. और उसे खुद को सही साबित करने के लिए अग्नि परीक्षा देनी पड़ती है….