Parliament continue to witness disruption over Adani group issue and Rahul Gandhi’s democracy remarks
अडानी समूह के मुद्दे और भारतीय लोकतंत्र पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर आज संसद के दोनों सदनों में लगातार तेरह दिनों तक हंगामा होता रहा। लोकसभा और राज्यसभा बुधवार को फिर से मिलने के लिए स्थगित हो गए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लोकसभा में, जब पहली बार स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो कांग्रेस, डीएमके और अन्य सदस्यों ने अडानी समूह के मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। ट्रेजरी बेंच
के सदस्यों ने उनकी टिप्पणियों पर श्री गांधी की माफी की मांग को दोहराते हुए उनका विरोध किया। पीठासीन अधिकारी ने विरोध कर रहे सदस्यों से सदन को चलने देने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
इससे पहले सुबह पुणे से भाजपा के मौजूदा सांसद गिरीश भालचंद्र बापट और पूर्व सांसद इनोसेंट के निधन को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में, जब पहली बार स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे सदन फिर से शुरू हुआ, तो कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के सदस्यों ने फिर से हंगामा किया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी श्री गांधी की टिप्पणी का विरोध किया।
हंगामे के बीच, सदन ने ध्वनि मत से प्रतियोगिता (संशोधन) विधेयक 2023 पारित किया। हंगामा बढ़ता देख सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।