ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरीमौत की और कहना किकफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाशउनके आँचल का इंतज़ार करती है।
ज़िंदगी से सिकवा नही की उसनेगम का आदि बना दियागिला तो उनसे हैं जिन्होंने रोशनी कीउम्मीद दिखा के दिया ही बुझा दिया
साइकोलॉजी के अनुसार एकऔरत का रोना स्वाभाविक है।लेकिन एक मर्द रोता है तो समझलो वो एक औरत से 10 गुनामानसिक तकलीफझेल रहा है।
ठोकर खाते हैं और मुस्कराते हैं,इस दिल को सब्र करना सिखाते हैं,हम दर्द लेकर भी लोगों को याद करते हैं,और लोग दर्द देकर भीलोगों को भूल जाते हैं.
करीब रहो इतना कि रिश्तों मेंप्यार रहे दूर भी रहो इतना किआने का इंतजार आरखो उम्मीद रिश्तों के दरमियाइतनी कि जाये उम्मीद मगर रिश्तेरकरार रहें
मैं ख़ुद हैरान हूं की तुझसेइतनी मोहब्बत क्यों है मुझेंजब भी प्यार शब्द आता हैचेहरा तेरा ही याद आता है
अपना दर्द किसी कोमत दिखा मेरे दोस्तक्यों की यहाँ लोग दर्द समझते कमउसका मजाक बनाते ज्यादा
प्यार में दर्द पता है कब मिलता हैजब कोई पहले जी भर के प्यार करेऔर बाद में बदल जाये तबदिल नही हिम्मत टूट जाती है यार !
“मोहब्बत “ख़ूबसूरत” होगी,किसी और दुनिया में,इधर तो हम पर जो “गुज़री” है,हम ही जानते हैं”
अगर बातें छुपाना तेरीजरुरी हैं तो शक करना मेरीआदत नहीं मजबूरी हैंतू खुश रहें ज़िन्दगीतेरी है मेरी कहानी अधूरी थीऔर अधूरी हैं